Double Entry System of Book Keeping
व्यापार के प्रत्येक व्यापारिक लेन देन से दो पक्ष प्रभावित होते हैं। एक पक्ष पाने वाला होता है तथा दूसरा पक्ष देने वाला होता है, अत: प्रत्येक लेन देन का दोनों पक्षों में लेखा किया जाता है। यह दोहरा लेखा प्रणाली कही जाती है। इस प्रणाली में कोई भी व्यापारिक सौदा तब तक पूर्ण नहीं माना जाता है जब तक कि दोनों पक्षों में समान राशि से एक दूसरे के विपरीत लेखे न हो जाएँ।
- गुड्स कैश में खरीदा – इस ट्रांजेक्शन में गुडस बिजनेस में आ रहा है लकिन उसी समय बिजनेस से कैश बाहर जा रही है |
- गुड्स क्रेडिट पर दत्ता ट्रेडर्स को बचा – इस ट्रांजेक्शन में गुड्स बिजनेस से बाहर जा रहा है आिण उसी समय दत्ता ट्रेडर्स हमार कारोबार का देनदार हो जाता है |
Double Entry System डबल एंट्री सिस्टम |
Accounting
Tally
Tally ERP 9
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